मार्गशीष महीना भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने का बहुत अच्छा माह है। इस महीने में पड़ने वाले हर शुक्रवार को मां लक्ष्मी को इन उपाय से प्रशन कर खूब धनलाभ समृद्धि और ऐश्वर्य प्राप्त कर सकते है
- शुक्रवार के दिन देवी मां के मंदिर जाकर नारियल,गुलाब का फूल और चुनरी जरूर देना चाहिए इससे मां की कृपा अवश्य प्राप्त होती है
- इत्र और सुगंध का प्रयोग करने से शुक्र ग्रह की स्तिथि को बाल मिलता है जिससे सुख शांति और समृद्धि में विकास होता है। खासकर गुलाब का इत्र शुक्र ग्रह से संबंधित है इसे अपने गले में लगाने से आकर्षण और अच्छी संगति के साथ मधुर रिश्ते प्राप्त होते है
- लक्ष्मी मां का मंत्र 108 बार प्रातः स्नान के बाद जाप करने से धन धान्य से संपन्न होते है। लक्ष्मी मां को खुश करने का मंत्र – ॐ श्रीं ह्लीं श्रीं कमले कमलालय नमः

मार्गशीर्ष कौन से महीने को कहते हैं?
मार्गशीर्ष माह सत्योग से प्रारंभ हुआ है जिसे बड़ा पवित्र महीना माना गया है। यह नोवा महीना होता है हिंदू पंचांग के अनुसार जिसमे प्रातः स्नान के बाद पूजा ,जाप,यज्ञ और ध्यान का महत्व बताया गया है
मार्गशीर्ष महीना शुभ क्यों है?
इस महीने अपने पितृ पूर्वजों की कृपा प्राप्त करने और उन्हें मोक्ष मार्ग प्रदान करने के लिए बेहद शुभ और सरल माना जाता है इस समय पर प्रात काल उठ स्नान करने के साथ मंत्र जाप करना यज्ञ और हवन करना बहुत शुभ माना गया है। आमतौर पर यह महीना देव उठनी ग्यारस के बाद आने के कारण अधिकतर शुभ कार्य जैसे शादी और मांगलिक कार्य इसी समय पर किया जाता है ताकि जीवन भर इसके सुखद और शांतिपूर्ण सफल परिणाम मिल सके
मार्गशीर्ष महीने में क्या खाना चाहिए?
यह महीना भगवान विष्णु को बहुत पसंद है इसलिए इस समय पर तामसिक भोजन खासकर प्याज लहसुन और बाहर के खाने का त्याग करें जितना सरल शुद्ध सात्विक खाना हो सके वही ग्रहण करें यह करने से मानसिक शांति सुख आपके जीवन में बढ़ेगा और स्वास्थ्य में सुधार होने के साथ किसी भी तरह का कष्ट दूर होगा
मार्गशीर्ष महीने के बाद कौन सा महीना आता है?
मार्गशीर्ष महीने के बाद के बाद हिंदू पंचांग के अनुसार दशवा महीना पौष का महीना आता है