भारत बंद 2025: क्यों हो रहा है यह हड़ताल?
भारत बंद का आयोजन 10 प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनों जैसे INTUC, AITUC, CITU, और SEWA के संयुक्त मंच द्वारा किया गया है। इन यूनियनों ने केंद्र सरकार की उन नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई है, जिन्हें वे “मजदूर विरोधी, किसान विरोधी, और कॉरपोरेट समर्थक” मानते हैं। इसके अलावा, कुछ संगठनों ने निजीकरण, आउटसोर्सिंग, और अनौपचारिक रोजगार जैसी नीतियों का भी विरोध किया है।
ट्रेड यूनियनों ने 17 प्रमुख मांगें रखी हैं, जिनमें शामिल हैं:न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि और सामाजिक सुरक्षा लाभ।निजीकरण और ठेके पर आधारित रोजगार की नीतियों को वापस लेना।किसानों के लिए बेहतर समर्थन मूल्य और कृषि क्षेत्र में सुधार।MGNREGA जैसी योजनाओं को मजबूत करना।बेरोजगारी और महंगाई पर नियंत्रण।यह हड़ताल देश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत 25 करोड़ से अधिक श्रमिकों द्वारा समर्थित है, जिसमें बैंकिंग, डाक, कोयला खनन, निर्माण, और परिवहन जैसे क्षेत्र शामिल हैं।भारत बंद का प्रभाव: क्या-क्या रहेगा बंद?
9 जुलाई 2025 को होने वाला यह भारत बंद देश के कई क्षेत्रों में सेवाओं को प्रभावित कर सकता है। नीचे कुछ प्रमुख क्षेत्रों की सूची दी गई है जो इस हड़ताल से प्रभावित हो सकते हैं:बैंकिंग सेवाएं: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और सहकारी बैंकों के कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होंगे। इससे ब्रांच सेवाएं, चेक क्लीयरेंस, और ग्राहक सहायता प्रभावित हो सकती है। हालांकि, ऑनलाइन बैंकिंग और ATM सेवाएं सामान्य रूप से कार्य कर सकती हैं।
निजी बैंक संभवतः खुले रहेंगे, लेकिन कुछ क्षेत्रों में देरी संभव है।परिवहन सेवाएं: राज्य परिवहन बसें (जैसे BMTC और KSRTC) और अन्य सार्वजनिक परिवहन सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक नोटिस जारी नहीं हुआ है, लेकिन यात्रियों को देरी और रद्द होने की स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।रेलवे सेवाएं इस हड़ताल से छूट प्राप्त हैं, इसलिए ट्रेनें सामान्य रूप से चलेंगी।
डाकघर सेवाएं: डाक सेवाएं, विशेष रूप से डाकघरों की गतिविधियां, इस हड़ताल से प्रभावित हो सकती हैं। हालांकि, डिजिटल डाक सेवाएं सामान्य रहेंगी।
कोयला खनन और बिजली क्षेत्र: 27 लाख से अधिक बिजली कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होंगे, जिससे कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।कोयला खनन जैसे औद्योगिक क्षेत्र भी बंद रह सकते हैं।
स्कूल और कॉलेज: अभी तक किसी भी राज्य ने स्कूलों और कॉलेजों के लिए छुट्टी की घोषणा नहीं की है। इसलिए, अधिकांश शिक्षण संस्थान खुले रहने की संभावना है।
हालांकि, परिवहन में व्यवधान के कारण छात्रों को असुविधा हो सकती है।आवश्यक सेवाएं: दूध आपूर्ति, अखबार वितरण, अस्पताल, मेडिकल स्टोर, पानी आपूर्ति, और अग्निशमन सेवाएं इस हड़ताल से मुक्त रहेंगी।
